physical and metaphysical

भौतिक और पराभौतिक तत्व

 

आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर के अंतर्गत पांच भौतिक और पराभौतिक तत्वों का प्रयोग इलाज करने में किया जाता है। पांच भौतिक तत्व आप जानते ही हैं, जैसे - आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी। हमारा शरीर इन्ही पांच तत्वों से मिलकर बना होता है। जब इन तत्वों में असंतुलन आ जाता है तो हमारे शरीर में उस तत्व से संबंधित बीमारी आ जाती हैं। इसके अतिरिक्त आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर के अंतर्गत पांच पारभौतिक तत्वों का भी प्रयोग इलाज करने में किया जाता है। यह तत्व हैं - काल, दिशा, मन, आत्मा और तम यानि कि हम अब समय का इलाज भी कर सकते हैं।

समय से मतलब यह है कि यदि किसी भी बच्चे का विकास उसकी उम्र के साथ ठीक प्रकार से ना हो पाए तो इसमें समय तत्व को भी जिम्मेदार मान कर उसका इलाज करना पड़ेगा। यदि दिशा तत्व की बात करें तो यदि किसी बच्चे का या बड़े की दिशा बदल जाए अर्थात पहले वह सही जगह उठता बैठता था और अब वह गलत लोगों के साथ आने - जाने लगा और उनके साथ उठने - बैठने लगा जिससे उसके अंदर बुरी आदतें आ गई , तो दिशा संबंधी बीमारी का इलाज, दिशा तत्व से किया जाएगा। यह सभी तत्व हमारे हाथों और पैरों की सभी उंगलियों पर उपस्थित हैं। हम हाथ की उंगलियों से उपचार करके इन तत्वों को संतुलित कर सकते हैं। जैसे पृथ्वी तत्व, राइट हैंड की रिंग फिंगर पर आता है तो हम इस उंगली को टविस्ट करके और सभी जॉइंट्स पर मेथी की पट्टी बांधते है तो पृथ्वी तत्त्व से सम्बंधित बीमारी का इलाज किया जा सकता है। अधिक जानने की लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक करें।



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