बड़ी आंत . Large Intestine
Large Intestine and Lungs Related Problems
बड़ी आंत (Large Intestine) को बृहदांत्र कहा जाता है। यह आंत 2
मीटर लंबी और 6 सेंटीमीटर चौड़ी होती है यह छोटी आंत से शुरू
होकर मलद्वार तक जाती है। यह छोटी आंत (Small
Intestine) से लम्बाई में कम और चौड़ाई में ज्यादा होती है।
It is connected to the small intestine. Large intestine is called colon this is a part of digestive human system.
Location
चाइनीस
एक्यूप्रेशर ( TCM ) के
अंतर्गत बड़ी आंत की मेरिडियन
में 20 पॉइंट होते हैं। यह मेरिडियन हमारे हाथों की तर्जनी उंगली
के नाखून के पास से शुरू होती है और यांग भाग में हाथ से
कंधे और यहाँ से हमारे गर्दन, गाल से होते हुए यह मेरिडियन
नाक के पास समाप्त होती है।
में 20 पॉइंट होते हैं। यह मेरिडियन हमारे हाथों की तर्जनी उंगली
के नाखून के पास से शुरू होती है और यांग भाग में हाथ से
कंधे और यहाँ से हमारे गर्दन, गाल से होते हुए यह मेरिडियन
नाक के पास समाप्त होती है।
Working
छोटी
आंत से प्रोसेसिंग होकर मल बड़ी आंत में जाता है और वहां
पर उसमें से पानी को अवशोषित किया जाता है, जिससे मल बंधा
हुआ आए।
हो पाती।
पर उसमें से पानी को अवशोषित किया जाता है, जिससे मल बंधा
हुआ आए।
बड़ी आंत से कोई पाचक रस प्राप्त नहीं होता है। मानव के फेफड़े
एनर्जी Qi को ऊपर की ओर से नीचे की तरफ भेजते हैं और नीचे
बड़ी आंत उसको
प्राप्त करती है।
इस प्रकार से बड़ी आंत की क्रिया ठीक चलती है तथा कब्ज नहीं
हो पाती।
नहीं मिल पाएगी जिसके कारण बड़ी आंत शरीर में से मल को
निकालने में असमर्थ रहेगी और मल निकालने की प्रक्रिया
अनियमित हो जाएगी।
इस क्रिया के अनियमित होने से शरीर में
मानसिक और शारीरिक
अनेक बीमारियां उपस्थित हो जाएंगी। बूढ़े व्यक्तियों में अगर
कब्ज
होता है तो उनको फेफड़ों की एनर्जी बढ़ाने के लिए उपचार देना
चाहिए।
जो आदमी
ज्यादा दुखी रहते हैं , हमेशा सोचते रहते हैं और चिंतित
रहते हैं तो
उनकी बड़ी आंत की Qi में
रुकावट हो जाती है और
उनके पेट में ऐठन युक्त दर्द हो जाता है।
उनको कभी - कभी
कब्ज और पतले दस्त की शिकायत होने
लगती है।
बड़ी आंत में ड्राइनेस बढ़ने से वजन गिरना शुरू हो
जाता है, हमारी
त्वचा ड्राई होने लगती है और मुंह सूखने लगता है।
यह सब बड़ी आंत के अंदर ड्राइनेस होने के कारण होता है शरीर
पतला होता जाता है।
Treatment
बड़ी
आंत की मेरिडियन के पथ पर यदि कहीं भी दर्द आता है या कोई विकृति आती है तो उसको
दूर करने के लिए बड़ी आंत के उस लोकल पॉइंट को भी लेना पड़ेगा।
इसके कारण हाथ में कोहनी में कंधे में गले में गालों में जबड़े के पास और नाक के पास एनर्जी में असंतुलन के कारण यदि कोई परेशानी आती है तो उसमें इस मेरिडियन के TCM पॉइंट को प्रोटोकॉल में शामिल किया जाएगा।
इसके कारण हाथ में कोहनी में कंधे में गले में गालों में जबड़े के पास और नाक के पास एनर्जी में असंतुलन के कारण यदि कोई परेशानी आती है तो उसमें इस मेरिडियन के TCM पॉइंट को प्रोटोकॉल में शामिल किया जाएगा।
इस मेरिडियन के Li4 पॉइंट पर प्रेग्नेंसी के समय प्रेशर
नहीं देना चाहिए क्योंकि हो सकता है कोई समस्या पैदा हो जाए।
इसमें पॉइंट नंबर Li1 पर उपचार देने
से बड़ी आंत की Qi टोन होती है। सुबह 5:00 बजे से 7:00 के बीच में इस मेरिडियन में ऊर्जा अधिक
होती है।
उस समय के बीच में हमें मल त्याग करने के लिए जाना चाहिए तो कब्ज होने की संभावनाएं कम हो जाएंगी क्योंकि बड़ी आंत इस समय में मल त्याग करने में आपका भर सुख भरपूर सहयोग करेगी।
उस समय के बीच में हमें मल त्याग करने के लिए जाना चाहिए तो कब्ज होने की संभावनाएं कम हो जाएंगी क्योंकि बड़ी आंत इस समय में मल त्याग करने में आपका भर सुख भरपूर सहयोग करेगी।
जो लोग 7:00
बजे
के बाद मल त्याग करने जाते हैं, उनको सही प्रकार से नहीं होता है और
कब्ज हो जाने के कारण अनेक बीमारियां उनके शरीर में आ जाती हैं ,क्योंकि
धूप के निकलने से आंतों में पड़ा मल सड़ने लगता है।
अधिक गर्मी होने से पेट में गैस बनने लगती है और वह गैस आंखों की तरफ , बालों की तरफ जाती है तो आंखों की रोशनी कम और बालों के झड़ने का काम शुरू हो जाता है।
अधिक गर्मी होने से पेट में गैस बनने लगती है और वह गैस आंखों की तरफ , बालों की तरफ जाती है तो आंखों की रोशनी कम और बालों के झड़ने का काम शुरू हो जाता है।
Li2 पॉइंट 1 से 2 मिनट मालिश करने से कब्ज नहीं होता है या कब्ज
ठीक हो जाता है। इसी पॉइंट के द्वारा
जिनके नाक में खून आता है उनको भी लाभ मिलता है। टॉन्सिलाइटिस में भी फायदा
पहुंचता है।
इस मेरिडियन का Li4 पॉइंट बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। यह इस
मेरिडियन का ऑर्गन सोर्स पॉइंट होता है। यह पॉइंट गले से चहरे तक के सभी रोगों में
उपचार करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
यह दर्द निवारक पॉइंट कहा जाता है। यदि ठंड
बहुत लग रही हो तो इस बिंदु पर उपचार देने से अत्यंत लाभ मिलता है।
कंधे में दर्द, हाथ में दर्द आईबॉल में दर्द या कल तक तो हम ठीक थे और यदि आज अचानक कोई बीमारी आई तो Li4 पर उपचार देना चाहिए।
सर्दी खांसी जुकाम में भी Li4 अच्छा काम करता है। इस पॉइंट पर प्रतिदिन मालिश करने से मल निष्कासन की क्रिया ठीक होती है।
कंधे में दर्द, हाथ में दर्द आईबॉल में दर्द या कल तक तो हम ठीक थे और यदि आज अचानक कोई बीमारी आई तो Li4 पर उपचार देना चाहिए।
सर्दी खांसी जुकाम में भी Li4 अच्छा काम करता है। इस पॉइंट पर प्रतिदिन मालिश करने से मल निष्कासन की क्रिया ठीक होती है।
छोटे बच्चे के पाचन में यदि कोई परेशानी हो जाए, पेट में दर्द हो जाए ,कलाई में दर्द और गले से ऊपर तक सभी
रोगों में यह पॉइंट Li5 फायदा
करता है।
Li6 पॉइंट
गले में जकड़न, कंधों
से नीचे हाथ तक दर्द, कम सुनने की समस्या में यह पॉइंट उपचार
में प्रयोग किया जाता है। अंगूठे से इन बिंदुओं पर प्रेशर देकर मसाज करें।
Li7 पॉइंट नाभि से ऊपर तक के सभी कफ संबंधी दोषों
को दूर करने के लिए यह पॉइंट कार्य करता है। यदि पेट में एसिड की मात्रा अधिक हो
जाए, पेट में गैस और
गुड़गुड़ाहट को कंट्रोल करने का काम भी यह पॉइंट करता है।
Li8 पॉइंट के द्वारा सूखे होंठ का इलाज और
यदि किसी के मुंह से या नाक से, मल और
पेशाब के साथ यदि उसमें कुछ रक्त
या खून की बूंदे मिली हो तो इस बिंदु पर उपचार करें। यदि आवाज की कमी हो जाये , कोहनी दर्द हो या हाथ में पेन हो तो इस
पर उपचार करें और इस पर मसाज करनी चाहिए।
Li11 यह पॉइंट शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के
साथ-साथ शरीर से निकलने वाले पसीने और अंदर के तापमान को नियंत्रित करता है।
यदि किसी के बहुत ही प्रिय लगने वाले
प्राणी की मृत्यु हो जाए
या किसी भी औरत का पति यदि मर जाए और वह उसको भुला ना पाए, सदमा लग जाए तो उसको भुलाने के लिए इस Li11 पर उपचार देना चाहिए।
Li12 यह
बिंदु कोहनी के पास आता है। यदि कोहनी में जकड़न हो जाए या उसमें कोई दर्द हो जाए
और वह मुड़ता ना हो , शरीर
में कमजोरी होना और साधारण थकान हो जाए तो इस बिंदु पर उपचार देना चाहिए।
Li 13 सभी प्रकार के
देखने की प्रॉब्लम, बहुत
ज्यादा नींद आने में, चिंता
करने में, हाथों
के लकवे में इस बिंदु पर उपचार देना चाहिए।
Li14 इस
बिंदु के द्वारा भुजा के ऊपरी भाग में यदि
दर्द हो जाए या उसको उठाने में परेशानी हो जाए, गर्दन में दर्द हो या भोजन नली
के सिकुड़ने की प्रॉब्लम हो जाए, गले में सूजन हो जाए तो इस बिंदु पर उपचार देना चाहिए।
Li15 यह बिंदु गर्दन में जकड़न, त्वचा की बीमारियों में, कंधे की जकड़न में , उच्च रक्तदाब में इस बिंदु पर उपचार दे
सकते हैं।
Li16 यह
बिंदु हाई या लो ब्लड प्रेशर में,
भुजा के घुमाने में कोई दर्द हो जाए, मिर्गी की
बीमारी में इस पर उपचार देना चाहिए।
Li17 यह बिंदु अचानक आवाज चली जाए, भोजन नली सिकुड़ जाए, थायराइड में सूजन आ जाए, व्यक्ति को सांस लेने में घुटन होने
लगे, गले में अंदर और
बाहर सूजन हो जाए तो इस बिंदु पर उपचार देना चाहिए।
Li18 इस
बिंदु का प्रयोग ट्यूबल टॉन्सिल और हाइपर थायराइड में लाभ लेने के लिए इस पर
प्रेशर दे सकते हैं ।
Li19 पॉइंट यह नाक के छिद्रो के पास होता है और बंद नाक हो जाए,नाक से खून आता तो इन बिंदुओं पर दबाव दें।
Li20 यदि
नाक में मांस बढ़ जाये, नाक बंद हो जाती हो , नाक से खून आता है, नाक में पॉलिप्स हो जाए, सुनने
में परेशानी हो और होठों के आसपास दर्द हो तो इस बिंदु पर उपचार देना चाहिए।
इस बिंदु पर हल्का प्रेशर देकर किसी छोटे बच्चे की नाक खुलकर सांस लेने में सुविधा हो जाती है।
इस बिंदु पर हल्का प्रेशर देकर किसी छोटे बच्चे की नाक खुलकर सांस लेने में सुविधा हो जाती है।
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